यूनियन बैंक कानपुर के बैंक का लॉकर तोड़ माल किया सफ़ाया ..!
कानपुर में बैंक से जुड़ी होश उड़ा देने वाली वारदात हो गई । पीएनबी घोटाले से देश में मची सनसनी के बीच
कानपुर। पीएनबी घोटाले से देश में मची सनसनी के बीच कानपुर में बैंक से जुड़ी होश उड़ा देने वाली वारदात हो गई।बदमाश करोड़ों रुपये का माल समेटकर भागने के साथ ही बैंक के सीसीटीवी कैमरे और सायरन भी उखाड़कर फेंक दिए। कोई साक्ष्य हाथ में न होने से फिलहाल पुलिस अंधेरे में है। हालांकि एडीजी, आइजी, एसएसपी ने फील्ड यूनिट संग मौका मुआयना कर आठ टीमें बनाकर छापेमारी शुरू करा दी। कानपुर स्थित यूनियन बैंक की नौबस्ता पशुपति नगर शाखा में रविवार रात सेंध लगाकर घुसे नकाबपोश बदमाशों ने गैस कटर से 32 लॉकर काट डाले । वहीं, घटना के बाद बैंक के बाहर जमा खाता व लॉकर धारकों ने हंगामा किया। एसएसपी ने लापरवाही के चलते एसओ नौबस्ता अखिलेश जायसवाल को निलंबित कर दिया है। सोमवार सुबह 8.45 बजे दफ्तरी महेंद्र शर्मा हर रोज की तरह बैंक खोलकर अंदर पहुंचे तो पैरों तले जमीन खिसक गई । बैंक में सामान बिखरा था और लॉकर कटे थे। उन्होंने घटना की जानकारी मैनेजर प्रणव श्रीवास्तव को दी । बैंक मैनेजर की सूचना मिलते ही पूरा पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया और पड़ताल शुरू कर दी। जांच में सामने आया कि तीन मंजिला मकान के प्रथम तल में चल रही बैंक में बगल के खाली प्लाट से बदमाश दाखिल हुए l बाहरी खिड़की की लोहे की ग्रिल उखाड़ने के बाद बैंक के अंदर चले गए। उन्होंने सीसीटीवी कैमरों को उखाड़कर फेंक दिया। गैस कटर से लोहे की चादर के मोटे गेट में छेद कर उसे खोला और लॉकर रूम में पहुंच गए जहां एससी सीरीज के 32 लॉकरों को गैस कटर से काट डाला और उनमें रखे जेवरात व रुपये समेटकर भाग निकले। बदमाश जाते वक्त बैंक के सीसीटीवी कैमरे व सायरन पास के प्लॉट में फेंक गए, जबकि सिलेंडर व गैस कटर मौके पर ही छोड़ गए। एडीजी अविनाश चंद के साथ ही आइजी आलोक सिह व एसएसपी अखिलेश कुमार ने बैंक स्टाफ से पूछताछ के साथ ही पूरी छानबीन की। फील्ड यूनिट की टीम ने फिगर प्रिट के साथ ही अन्य साक्ष्य एकत्र किए। दूसरी तरफ बैंक में चोरी की सूचना पर खाताधारक बाहर जमा हो गए।बच गया स्ट्रांग रूम-बैंक में जमा नकदी चोरों के हाथ लगने से बच गई। स्ट्रांग रूम में भी छेड़छाड़ हुई है पर चोर उसे तोड़ने में सफल नहीं हुए। इससे नकदी बच गई। बैंक अधिकारियों ने साधी चुप्पी – यूनियन बैंक की जीएम अर्चना व डीजीएम एसके सिंह पहुंचे और जानकारी ली। दोनों बाहर निकले तो लोगों ने उनसे जानकारी चाही पर वह नजर बचाते हुए कार में बैठकर चलते बने । बैंक में सुरक्षा व्यवस्था नाकाफी थी। बाहर एटीएम पर गार्ड तो बैठता ही नहीं है। वारदात के वक्त अलार्म भी नहीं बजा। पड़ोस के घर में ही शादी की तैयारी चल रही थी। वे लोग देर रात तक जाग रहे थे। उनके साथ ही आसपास के लोगों ने अलार्म न बजने की बात कही है । यदि अलार्म बज जाता तो शायद घटना न होती ।