कोबेन, इराक। इराक में अपनी राजधानी मोसुल गंवाने के बाद अब आतंकी संगठन आइएस सीरिया में अपनी राजधानी रक्का खोने वाला है। अमेरिकी और रूसी गठबंधन के हमलों से बर्बाद हो चुके रक्का में बीते 24 घंटे में करीब 100 आइएस आतंकियों ने अपने हथियार डाले हैं। यह बात अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन ने बयान जारी करके कही है।
जबकि पूर्वी इलाके का अल-मायादीन शहर सरकारी फौज ने आइएस से छीन लिया है। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) का सीरिया में सबसे मजबूत ठिकाना हाथ से निकलने के कगार पर है। सीरिया में मानवाधिकारों पर कार्य कर रही ब्रिटिश संस्था के अनुसार चंद रोज में ही करीब 200 आइएस आतंकी अपने परिवारों के साथ रक्का छोड़कर भाग गए हैं।
संस्था के प्रमुख रामी आब्देल रहमान के अनुसार आइएस से जुड़े सभी सीरियाई लड़ाके उसका साथ छोड़ गए हैं। पिछले पांच दिनों में सारे सीरियाई लड़ाके रक्का छोड़कर भाग गए हैं। वे कहां गए हैं, पता नहीं। अमेरिका के समर्थन वाले सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस के लड़ाके खाली हो रहे इलाकों पर कब्जा करते जा रहे हैं।
अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन के बयान में कहा गया है कि करीब 100 आतंकियों ने हथियार डाले हैं। इनमें शामिल सीरियाई मूल के आतंकियों को रक्का से अन्यत्र ले जाया गया है, जबकि विदेशी लड़ाकों को रक्का में ही रखा गया है।
लाउड स्पीकर के जरिये घोषणा की जा रही है कि विदेशी लड़ाके रक्का छोड़कर न भागें, क्योंकि वे अन्य इलाकों में चल रही लड़ाई में मारे जा सकते हैं। गठबंधन फौज आइएस का विस्तार अन्य इलाकों से रोकने के लिए भी यह घोषणा कर रही है।
वैसे जानकारी आ रही है कि आइएस के विदेशी लड़ाके हथियार डालने में हिचक रहे हैं। खिलाफत आंदोलन में शामिल होने आए इन लड़ाकों को समझ नहीं आ रहा कि लड़ाई हारने के बाद अब वे कहां जाएं। इनमें बड़ी संख्या में यूरोपीय देशों के युवक हैं।
अल-मायादीन से भी आतंकी भागे-
सीरिया में सरकार समर्थित फौज ने पूर्वी इलाके में स्थित अल-मायादीन शहर आइएस से छीन लिया है। इस प्रकार से सीरिया में एक और शहर आतंकी संगठन के हाथ से निकल गया है। सीरिया के दीयर अल जोर प्रांत में स्थित अल-मायादीन शहर इराकी सीमा के नजदीक है।
रक्का से भागे आतंकियों के लिए यह शहर एक प्रमुख पनाहगाह बन गया था लेकिन पहले से सतर्क सरकारी फौज ने उन्हें यहां ज्यादा देर तक टिकने नहीं दिया।